Volume : V, Issue : VIII, September - 2015 साहित्येतिहास लेखन परम्परामें डॉ. रामकुमार वर्मा का योगदानडॉ. जयश्री शिंदे, None By : Laxmi Book Publication Abstract : साहित्यिक रचनाएँ इतिहास से निर्मित होती हैं और इतिहास का निर्माण भी करती है। रचना का अस्तित्व इतिहास के भीतर होता है। Keywords : Article : Cite This Article : डॉ. जयश्री शिंदे, None(2015). साहित्येतिहास लेखन परम्परामें डॉ. रामकुमार वर्मा का योगदान. Indian Streams Research Journal, Vol. V, Issue. VIII, http://isrj.org/UploadedData/10055.pdf References : - कल्पना, मार्च १९५५
- समकालीन भारतीय साहित्य - जनवरी- मार्च, १९९३
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