Volume : VI, Issue : V, June - 2016 नारी समस्या की दास्तान है-’पचपन खम्भे लाल दिवारें’प्रा. विठ्ठल केशवराव टेकाले, None By : Laxmi Book Publication Abstract : आधुनिक युग में नारी चेतना में परिवर्तन आया है; इसका श्रेय स्त्री रचनाकारों को ही जाता है। इन महिला रचनाकारों ने नारी के उस रूप को सामने लाया है, जो सदियों से घर में कहीं दबा पडा था। Keywords : Article : Cite This Article : प्रा. विठ्ठल केशवराव टेकाले, None(2016). नारी समस्या की दास्तान है-’पचपन खम्भे लाल दिवारें’. Indian Streams Research Journal, Vol. VI, Issue. V, http://isrj.org/UploadedData/10150.pdf References : - आधुनिक हिन्दी साहित्य का इतिहास - डाॅ. सुर्यनारायण रणसुभे
- उपन्यास का स्वरुप - डाॅ. शशि भूषण सिंहल
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