Volume : III, Issue : XII, January - 2014 हिंदी साहीत्य में नारीवादी लेखन की परम्परा पारखे शंकर शंकर, None By : Laxmi Book Publication Abstract : संसार में प्राय: सर्वत्र लिंगसापेक्ष विषमता पर आधारित पुरुष प्रधान संस्कृति है | इस पुरुष प्रधान संस्कृति तथा समाज रचना में अप्रत्यक्ष रूप से पुरुष वर्ग के हितों की रक्षा की जाती है जिससे यह व्यवस्था पुरुष वर्ग के लिए हितकारी तथा नारी वर्ग के लिए अहितकारी साबित हो रही है | इस कारण होने वाले ..... Keywords : Article : Cite This Article : पारखे शंकर शंकर, None(2014). हिंदी साहीत्य में नारीवादी लेखन की परम्परा . Indian Streams Research Journal, Vol. III, Issue. XII, http://isrj.org/UploadedData/4089.pdf References : - -
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