Volume : III, Issue : VII, August - 2013 राजेश रेड्डी की गजलोंमें धार्मिक चेतना निलेश स. डामसे Published By : Laxmi Book Publication Abstract : हिंदुस्थान धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है | धर्म एक संस्कार होता है | धर्म लोगों की भावनाओं से जुड़ा हुआ होता है | व्यक्ति शिक्षित हो या अनपढ़ धर्म के इस संबंध को ध्यान में लेकर ही आज के धूर्त, स्वार्थी, राजकीय नेता तथा धर्म के पंडित आपने स्वार्थ के लिए इसका इस्तमाल करते है | विशिष्ट धार्मिक समुदाय से चुनाव में वोट हासित करने के लिए ये राजकिय नेता एक समुदाय से लडवा देते हैं | इस लड़ाई का विशाल रूप ही ये आज के होने वाले धार्मिक दंगे हैं | हर धर्म एकता की सिख देता है किन्तु लोग धर्म कि सिख भूलकर धर्म स्थलों के नामपर झगड़ते रहते हैं | Keywords : Article : Cite This Article : निलेश स. डामसे , (2013). राजेश रेड्डी की गजलोंमें धार्मिक चेतना . Indian Streams Research Journal, Vol. III, Issue. VII, http://oldisrj.lbp.world/UploadedData/2783.pdf References : - -
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