Volume : III, Issue : VII, August - 2013 मथुरा कि शुंग और कुशाण कला समिक्षा रमाकांत शिवाजी शातलवार Published By : Laxmi Book Publication Abstract : भारत के प्राचीन इतिहास का एक विशेष स्थान है | मथुरा का सन्निवश यमुना के दक्षिण तट पर हुआ था प्राचीन काल से ही यह नगर भारतीय संस्कृतिक का प्रमुख केंद्र रहा है धर्म, दर्शन, कला भाषा और साहित्य के विकास में मथुरा का बहुत योगदान रहा है | पाणिनि की अष्टाध्याही में उसका उल्लेख है वाल्मीकि रामायन में मथुरा को मधुपुर का नगर कहा गया यादव प्रकाश के वैजयती कोश मे दो नाम मधुशिका और मधुपहना भी मिलते है | Keywords : Article : Cite This Article : रमाकांत शिवाजी शातलवार , (2013). मथुरा कि शुंग और कुशाण कला समिक्षा . Indian Streams Research Journal, Vol. III, Issue. VII, http://oldisrj.lbp.world/UploadedData/2793.pdf References : - भारतीय कलेचा इतिहास :- प्रा.श्री.ह.शहाणे
- भारत के सांस्कृतिक केंन्द्र मथुरा :- प्रा.वेद प्रकाश सोनी
- भारतीय कला उदगम आणि विकास :- डॉ.वि.य.कुलकर्णी
- भारतीय सांस्कृतिक कोश :- डॉ.महादेवशास्त्री जोशी
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